कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर
ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर !!
Ab Kon Se Mausam Se Koi Aas LagayeBarsaat Mein Bhi Yaad Na Jab Un Ko Hum Aye..
ख्यालो में वही, सपनो में वहीलेकिन उनकी यादो में हम थे ही नहींहम जागते रहे दुनिया सोती रही,एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही..
Ek Raat Hui Barsaat BahutMain Roya Saari Raat BahutHar Gham Tha Zamaane Ka LekinMain Tanha Tha Us Raat BahutPhir Aankh Se Ek Saawan BarsaJab Sehar Hui To Khyal AayaWoh Baadal Kitna Tanha ThaJo Barsa Saari Raat Bahut
तुम्हें पहली बारिश पसंद है और मुझे तुमतुम्हें हँसना पसंद है मुझे हँसते हुए तुम,तुम्हें हमसे बात करना पसंद है, मुझे बोलते हुए तुमतुम्हें सब कुछ पसंद हैं और मुझे बस तुम...