दिल की हर ख़ुशी हो तुम
होठों की मुस्कान हो तुम
धड़कता है
मेरा ये दिल जिसके लिए
वो मेरी जान हो तुम
ये ज़िन्दगी तेरी यादो से,
अब नासूर सी चुभती है,
किसे पता था मेरी दोस्त,
ये यादे ताज महल से बड़ी लगती है!
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं।
खन खना खन है ख्यालों मेंजरुर आज उसने कंगन पहने होंगे
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी