तैरना है तो समंदर में तैरो,
नदी नालों में क्या रखा है।
प्यार करना है तो वतन से करो,
बेवफा लोगों में क्या रखा है।
Daag Gulami Ka Dhoya Hai Jaan Luta Kar,
Deep Jalaye Hai Kitne Deep Bhujha Kar,
Mili Hai Jab Yeh Azadi To Fir Is Azadi Ko.
Rakhna Hoga Har Dushman Se Aaj Bachakar.
Jamane bhar mein milte hain aashiq kayi,
Magar vatan se khubsurat koi sanam nahi hota,
Noto mein lipat kar, sone mein simat kar mare hain kayi,
Mager tirange se khubsurat koi khafan nahi hota.
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,दिल एक है एक है जान हमारी,हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है.
तुझको नमन ऐ मेरे वतन, महिमा तेरी मैं क्या कहूं?
तेरे गुणों का गुणगान, मैं हरदम यूं ही करती रहूं।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं