एक दक्षिण भारतीय व्यक्ति की नई-नई शादी हुई
एक दिन उसने खाने पर अपने
उत्तर भारतीय मित्र को बुलाया
दक्षिण भारतीय व्यक्ति की पत्नी
खाना परोसते समय कहना तो यह चाहती थी कि खाइए-खाइए शर्म न कीजिए
लेकिन हिन्दी ठीक न आने के कारण
बोल पड़ी– खाओ-खाओ शर्म तो है नहीं
महाकंजूस सेठ अपने बच्चों से बोला,
कंजूस – जो आज शाम खाना नहीं खायेगा
उसे मैं 10 रुपये दूंगा
तीनों बेटे 10-10 रुपये लेकर बिना खाना खाये सो गए
कंजूस सुबह बोला –
अब जो 10 रुपये देगा
केवल उसी को नाश्ता मिलेगा
बच्चे परेशान
ये बाप है या नरेंद्र मोदी
लड़का:
डैड मम्मी नहीं है घर पे,
आ जाओ कुछ तो करेंगे मिलके….
लड़की:
तू रहने दे कमीने,
ऐसे ही एक बार बुला के बरतन धुलवाया था मुझसे!!
Majburiya hoti hai sirf mahaan logo ke Jeevan MeinNahi to Ram Vanvaas MeinKrishna karaavaas MeinaurMai office Mein kyo baithta...
साला इतनी गर्मी पड़ रही हैं कि...अब तो कीचड़ मे पड़े कुत्तों को भी देखकर जलन होने लगती हैं