सुबह की हर धूप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यूँ ना हो ये जिंदगी,
सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है!!
फूलों सी प्यारी,हो हर सुबह तुम्हारी,बस यही है गुज़ारिश,हो हर ख़्वाहिश पूरी तुम्हारी।
फूलों सी प्यारी,
हो हर सुबह तुम्हारी,
बस यही है गुज़ारिश,
हो हर ख़्वाहिश पूरी तुम्हारी।
आँखों में ख़ुशी, लबों पर हंसी,
गम का कहीं नाम ना हो।
हर सुबह लाये, आपके लिए इतनी खुशियाँ,
जिसकी कभी शाम न हो।
सुबह-सुबह उन्हें सताना अच्छा लगता है,
सुबह-सुबह उन्हें नींद से उठाना अच्छा लगता है,
मोबाइल उठाकर हमारे मैसिज पड़ लेना,
सुबह-सुबह गुड मॉर्निंग भेजना हमे अच्छा लगता है।
जिस प्रभात से, परमात्मा का स्मरण हो जाये,
वह प्रभात, सुप्रभात हो जाता है।