महफ़िल मुझे सिखाने वाला था खुस कैसे रहते हैं।
अकेलापन ने मुझे महफ़िल से बात करने नही दिया।
कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,
जिनको छुने कि ख्वाहिश में,हथेलिया तो गिली हो जाती ,
पर हाथ हमेशा खाली रेह जाते है….
Naa zaroorat hai chaand-sitaron ki,Naa zaroorat hai faltu yaaron ki,Ek dost chahiye apke jaisa,Jo watt laga de Hazaron ki…
विपरीत परस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं ,
तो कुछ लोग लोग रिकॉर्ड तोड़ते है
तेरा प्यार मेरी जिंदगी में
बहार ले कर आया है,
तेरे आने से पहले हर दिन
पतझड़ हुआ करता था।