मिलने आएंगे हम आपसे ख्वाबों में जरा रोशनी के दिए बुझा दीजिए
अब और नहीं होता इंतजार आपसे मुलाकात का
जरा अपनी आंखों के पर्दे तो गिरा दीजिए
शुभ रात्रि, गुड नाइट
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,रात होती है तो आँखों में उतर आता है,मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है !
हम अपनों से खफ़ा हो नहीं सकते,प्यार के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते,तुम हमें भुला कर भले ही सो जाओ,हम तुम्हे याद किये बिना सो नहीं सकते.
हो चुकी रात अब सो भी जाइएजो हैं दिल के करीब उनके ख्यालों में खो जाइएकर रहा होगा कोई इंतज़ार आपकाख़्वाबों में ही सही उनसे मिल तो आइये.
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी