“तुम पानी जैसे बनो जो अपना रास्ता खुद बनाता है,
पत्थर जैसे ना बनो जो दूसरों का भी रास्ता रोक लेता है।”
दुःख में इंसान ईश्वर को याद करता है लेकिन सुख में इंसान ईश्वर को भूल जाता है।
अगर सुख में भी इंसान ईश्वर के करीब रहे तो दुःख ही क्यों हो
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है
सफलता की कहानियां मत पढ़ो
उससे आपको केवल एक सन्देश मिलेगा।
असफलता की कहानियां पढ़ो उससे आपको
सफल होने के कुछ विचार मिलेंगे।
कामयाब होने वाले इंसान हमेशा खुश रहते हैं
और जो खुश रहते हैं वही कामयाब होते हैं..