“यदि आप गुस्से के एक क्षण में धैर्य रखते है,
तो दु:ख के सौ दिन से बच जाते है।”
जिसने अपनी इच्छाओं पर काबू पा लिया,
उस मनुष्य ने जीवन के दुखों पर काबू पा लिया..!!
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|
मुस्कुराना एक कला है
जिसने इस कला को सीख लिया
वो जीवन में कभी दुखी हो ही नहीं सकता
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती