“दिल समंदर जैसा रखना साहब,
देखना नदियाँ खुद ही मिलने आयेगी।”
मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि…
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का..!!
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
मुझे नहीं पता कि मैं एक बेहतरीन दोस्त हूँ या नहीं,
लेकिन मुझे पूरा यकीन कि जिनके साथ मेरी दोस्ती है…
वे बहुत बेहतरीन हैं।
प्रयास करने वाला इंसान एक बार गिरता है
लेकिन प्रयास ना करने वाले लोग जीवन भर गिरते रहते हैं