"अपने जज़्बात को अल्फ़ाज़ में
तब्दील करना ही शायरी है।"
Winter Ka Zamana Hai,Msg Karke Apko Satana Hai,Mmusam Bhi Diwana Hai,2-4 Msg Aap Bhi Kar Do,Kya..Balance Bacha KNaya Sweter Lana Hai.
एक फूल अजीब था,
कभी हमारे भी बहुत करीब था,
जब हम चाहने लगे उसे,
तो पता चला वो किसी दूसरे का नसीब था ।
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तक़ाज़ा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताज़ा ताज़ा है,
गिर पड़ते हैं मेरे आँसू मेरे ही काग़ज़ पर
लगता है कलम में स्याही का दर्द ज़्यादा है!!
बोलो है कोई वकील ऐसा इस जहान में
जो हारा हुआ इश्क जीता सके मुझको