दर्द क्या होता है बताएगे किसी रोज,
अपने दिल की गजल सुनाएंगे किसी रोज,
उड़ने दो परिंदों को खुली फिजाओं में,
हमारे होंगे तो लौटकर आएंगे किसी रोज…
आप खुद नही जानती आप कितनी प्यारी हो,
जान तो हमारी पर जान से प्यारी हो,
दूरियों के होने से कोई फ़र्क नहीं पड़ता,
आप कल भी हमारी थी आज भी हमारी हो!!
तुम्हारे प्यार का मौसम
हर मौसम से प्यारा है
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र-ओ-करार,
बेक़रारी तुझे ऐ दिल कभी ऐसी तो न थी।
ज़िंदगी तेरे बिना अब कटती नहीं है…
तेरी याद मेरे दिल से मिटती नही…
तुम बसे हो मेरी निगाहो में…
आँखो से तेरी सूरत हटती नही!!