तमाशा लोग नहीं
हम खुद बनाते हैं अपनी जिंदगी का
हर किसी को अपनी कमजोरी बताकर
वर्षों से दहलीज़ पर कड़ी वो मुस्कान है,
जो हमारे कानो में धीरे से कहती है,
“सब अच्छा होगा”
यदि अंधकार से लड़ने का संकल्प कोई कर लेता है!
तो एक अकेला जुगनू भी सब अंधकार हर लेता है!!
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
हे ईश्वर… बस एक छोटी सी दुआ है,
जिन लम्हों में, मेरे अपने मुस्कुराते हो…
वो लम्हे कभी ख़त्म न हो…