तुम हँसते हो तो मुझे हँसाने के लिए,
तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए,
एक बार हमसे रूठ कर तो देखिये,
मर जायेंगे आपको मनाने के लिए !
इंसानी जिस्म में सैंकड़ों हैवान देखे हैं,
मैंने दिल में रंजिश रख महफ़िल में आये मेहमान देखे हैं|”
Yaad rahega ye dour- E hayaat humko
Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye
चेहरे पर हंसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।
Din Me Deepak Jalane Se Kya Hoga ,
Raakh Me Aag Lagane Se Kya Hoga,
Jab Aapko Aati Hi Nahi Hamari Yaad,
Toh Phir Yaad Dilane Se Kya Hoga?