तेरे प्रेम की बारिश हो,
मैं जलमगन हो जाऊं,
तुम घटा बन चली आओ,
मैं बादल बन जाऊं !
सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में,
ज्यादा भीगना मत..
अगर धूल गई सारी ग़लतफहमियां,
तो फिर बहुत याद आएंगे हम!!
Ab Kon Se Mausam Se Koi Aas LagayeBarsaat Mein Bhi Yaad Na Jab Un Ko Hum Aye..
Kahin Barish Baras JaayeKahin Darya Taras JaayeKahin Aa Kar Ghata TherayTumhare Or Mere DarmiyaaAaa Kar KHUDA Therey..Tou ………!!!Uss Lamhay Mere Jivan Main..Tum KHUDA Ke Baad Aatey Ho..Mujey Tum Yaad Aatey Ho
ख्यालो में वही, सपनो में वहीलेकिन उनकी यादो में हम थे ही नहींहम जागते रहे दुनिया सोती रही,एक बारिश ही थी, जो हमारे साथ रोती रही..