सारे रिश्ते टूट के चूर चूर हो गये,
वो धीरे धीरे हमसे दूर हो गये,
मेरी ख़ामोशी मेरी गुनाह बन गयी,
और
वो गुनाह करके भी बेकसूर हो गये.