बहुत खूबसूरत है तेरे इन्तजार का आलम,
बेकरार सी आँखों में इश्क़ बेहिसाब लिए बैठे…
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,
पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।