कोशिश हज़ार की के इसे रोक लूँ मगर…
ठहरी हुई घड़ी में भी, ठहरा नहीं ये वक्त!!
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,
पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।