बेखुदी कि जिन्दगी जिया नही करते,
जाम दूसरो का छीन कर पिया नही करते,
उनको मुहब्बत है तो आ के इजहार करे,
पीछा हम भी किसी का किया नही करते…
तेरी बेखुदी में लाखो पैगाम लिखते है, तेरे गम में जो गुजरी बातें तमाम लिखते है, अब तो पागल हो गई वो कलम, जिस से हम तेरा नाम लिखते है!!
kon kaheta hai taj mahel banane
ke lie dolat nahi milti.
taj mahel banane ke lie dolat
to milti he magar mohbatt
karne ke lie mumtaj nahi milti
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।
Aa Bichadne Ka Koi Aur Tareeqa DhoodhenPyyar Badhta Hai Meri Jaaan Khafa Rahne Se