ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते
इसलिए उन्होंने माँ को बनाया
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
बिना कुछ किये ज़िन्दगी गुज़ार देने से कहीं अच्छा है
ज़िन्दगी को गलतियां करते गुज़ार देना
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|