ओस की बूंदे फूलो को भिगा रही हैं,
ठंडी लहरें एक ताजगी जगा रही हैं,
आइये और हो जाइये आप भी इनमें शामिल,
एक प्यारी सी सुबह आपको जगा रही है।
फूलों सी प्यारी,हो हर सुबह तुम्हारी,बस यही है गुज़ारिश,हो हर ख़्वाहिश पूरी तुम्हारी।
फूलों सी प्यारी,
हो हर सुबह तुम्हारी,
बस यही है गुज़ारिश,
हो हर ख़्वाहिश पूरी तुम्हारी।
सुबह-सुबह सूरज का साथ हो,
गुनगुनाते परिंदों की आवाज़ हो,
हाथ में चाय का कप, और यादों में कोई ख़ास,
उस खूबसूरत सुबह की पहली याद आप हो।
ऐ हसीन चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफा देना,
लाखो तारों की सजी महेफिल संग रोशनी करना,
तुम छुपा लेना अँधेरे को ऐसे,
हर रात के बाद एक खुबसूरत सँवेरा देना.
अगर मुसीबतें है तो मुस्कुरा के चल,
आँधियों को पैरों तले दबा के चल,
मंजिलों की औक़ात नही तुझसे दूर रहने की,
विश्वास इस क़दर खुद में जगा के चल.