तेरे दर पर आएंगे जब मुल्क की हालत बेहतर होगी,
करना मुआफ खुदाया हमको आज इबादत घर पर होगी!
तारे और इंसान में कोई फर्क नहीं होता,दोनो ही किसी की ख़ुशी के लिऐ खुद को तोड़ लेते हैं।
ना दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं
ना पास रहने से जुड़ जाते हैं
यह तो एहसास के पक्के धागे हैं
जो याद करने से और मजबूत हो जाते हैं
लगता है मैं 💁🏻♂️भूल चुका हूँ मुस्कुराने 🤗 का हुनर…
कोशिश जब भी करता हूँ आँसू 😥 निकल आते हैं..!
हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँशीशे के महल बना रहा हूँ