दिलो को बाहर निकालो देखो मौसम क्या छाया है,
लगता है,बादल अपने सनम से रूठ कर आया हैै।
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे
वादे पे वो ऐतबार नहीं करते,हम जिक्र मौहब्बत सरे बाजार नहीं करते,डरता है दिल उनकी रुसवाई से,और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते |
हर बार जब भी नया साल आता हैं
हम दुआ करते हैं कि आपको
इस साल भी वह सब मिले
जो आपका दिल चाहता हैं।
नया साल आपको मुबारक हो!
बे-फिजूली की जिंदगी का सिल-सिला ख़त्म,जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम।