तुम्हारी ख़ुशी से ज्यादा और कुछ ना चाहेंगे,
जितनी भी हो ये ज़िंदगी सिर्फ साथ तेरा चाहेंगे..!
हुआ सवेरा तो हम उनके नाम तक भूल गए
जो बुझ गए रात में चरागों की लौ बढ़ाते हुए।