एक बोतल शराब के लिए
कतार में ज़िन्दगी लेकर खड़ा हो गया
मौत का डर तो वहम था
आज नशा ज़िन्दगी से बड़ा हो गया
वो भी दिन थे जब हम भी पिया करते थे,
यूँ न करो हमसे पीने पिलाने की बात,
जितनी तुम्हारे जाम में है शराब,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे।