खोल दे पंख मेरे, कहता है परिंदा,
अभी और उड़ान बाकी है, जमीन नहीं है
मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है।
क्रोध हवा का वह झोंका है
जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है
रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें
तोड़ना मत क्योंकि पानी चाहे
कतना भी गंदा हो अगर
प्यास नहीं बुझा सकता
पर आग तो बुझा सकता है
ज़रूरी नहीं की हर समय, लबों में भगवन का नाम आये,
वो लमहा भी भक्ति का होता है, जब इंसान इंसान के काम आये।
🌇शुभ प्रभात🌇
कर्मों की आवाज़
शब्दों से भी ऊँची होती है...!
"दूसरों को नसीहत देना
तथा आलोचना करना
सबसे आसान काम है।
सबसे मुश्किल काम है
चुप रहना और
आलोचना सुनना...!!"
यह आवश्यक नहीं कि
हर लड़ाई जीती ही जाए।
आवश्यक तो यह है कि
हर हार से कुछ सीखा जाए
🐚☀🐚
स्नेह वंदन
😊🍀🙏शुभ प्रभात🙏🍀😊
आपका दिन मंगलमय हो
🌹🙏🙏🙏🌹
क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है
जब वह अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पाता है