अब उसने भी अपनी चाहतों को दबा लिया है
तभी मुझसे दुरी बढ़ा कर .........
किसी और से दिल लगा लिया है।
चाहत बन गये हो तुम या आदत बन गयेहो तुम हर सांस में यू आते जाते हो जैसेमेरी इबादत बन गये हो तुम।
चाहत बन गये हो तुम या आदत बन गये
हो तुम हर सांस में यू आते जाते हो जैसे
मेरी इबादत बन गये हो तुम।