मैंने अपने दिल
से पूछा की वादें और
यादें में क्या फर्क है,
जवाब मिला की वादें
इंसान तोड़ते है और
यादें इंसान को !!
मेरे “शब्दों” को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो.. मुझे भूल नहीं पाओगे!
कौन याद रखता हैं गुजरे हुए वक़्त के साथी कोलोग तो दो दिन में नाम तक भुला देते हैं |