Umeedon Ki Manzil Toot Gayi;
Aankho Se Ashqo Ki Dhara Beh Gayi;
Arre Tumhari Bhi Kya Ijjat Reh Gayi;
Jab Class Main Ladki Bhaiya Keh Gayi!
बहुत दूर है तुम्हारे घर से हमारे घर का किनारा,पर हम हवा के हर झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा।
Jaane Kya Kami Hai Hum Me Ya Khuda,Jaane Kyu Sab Humse Khafa Rehte Hain,Humne To Chaha Banana Sab Ko Apna,Jaane Kyu Sab Humse Juda Rahte Hain.
आंसुओं की किम्मत क्या हैहम बखुबी समझते है ।वो कोई और होंगे ए सनमजो ओस को शबनम समझते है ॥
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।