माँ सरस्वती का बसंत है त्योंहार
आपके जीवन में आये सदा बहार
सरस्वती द्वार आपके विराजे हरपल
हर काम आपका हो जाये सफल...
छू लूँ तुझे या तुझमें ही बस जाऊँ....लब्ज लिखूँ या खामोश हो जाऊँ...करूँ- इश्क या करूँ- मोहब्बत....थोड़ा सा तो दिखा प्यार....जिससे मैं तुझ में ही बस जाऊँ...
न्यू ईयर के दिन –संता – भाई सिगरेट दियोबंता – लेकिन तूने तो कहा था किनयी साल से सिगरेट नहीं लूंगासंता – हाँ तो मैंने कहा थादुकानदार से नहीं लूंगातेरे से तो ले सकता हूँ दे जल्दी..
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.