एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख़याल और बस तुम,एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,एक दुआ, एक फ़रियाद, तुम्हारी याद और बस तुम,मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी
Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?
Bhikaari santa se : sahab 10 rupee de do, chai peeni hai
Santa : Chai to sirf 5 ki aati hai
Bhikaari : Girlfriend bhi piyegi
Santa : Bhikaari ne bhi gf bana li
Bhikaari : Nahi sahab, girlfriend ne bhikaari bana diya