लोगों ने कुछ दिया
तो सुनाया भी बहुत है,
हे माँ दुर्गे !
एक तेरा ही दर है
जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला
ना गिन कर दिया
ना तोल कर दिया,
जब भी दिया
शेरोंवाली माँ ने,
दिल खोल कर दिया…
जय शेरोंवाली माँ
या देवी सर्वभूतेषु
शक्तिरूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नम:.
देवी माँ के कदम आपके घर
में आयें, आप ख़ुशी से नहायें,
परेशानियाँ आपसे आँखें चुरायें,
नवरात्री की आपको ढेरों
शुभ कामनाएं।
शुभ नवरात्री।