पल पल से बनता है एहसास,
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते है रिश्ते
रिश्तों से बनता है कोई खास
आपकी ये गणेश चतुर्थी हो झकास
दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा,
ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को,
अपने हर भक्त से प्यार है।
गणेश जी का रूप निराला है,
चेहरा भी कितना भोला-भाला है,
जिसे भी आती है कोई मुसीबत,
उसे इन्ही ने तो संभाला है।