होठों पर शायरी, और हाथो में जाम है,
तुम अपनी फिक्र करो यारो, हम तो पहले से बदनाम है..!!!
वो भी दिन थे जब हम भी पिया करते थे,
यूँ न करो हमसे पीने पिलाने की बात,
जितनी तुम्हारे जाम में है शराब,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे।