मैंने उनका गुरूर कुछ इस कदर तोड़ दिया,
आँखों को चूमा उनकी, और होठों को छोड़ दिया.
उन घरो में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,
कद में छोटे हो, मगर लोग बड़े रहते हैं.