@swati2
When i Work from Home,
न घर का रहता हूँ न घाट का
आपकी आहट दिल को बेकरार करती है,
नज़र तलाश आपको बार-बार करती है,
गिला नहीं जो हम हैं इतने दूर आपसे,
हमारी तो जुदाई भी आपसे प्यार करती है।
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,
पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।
वर्क फ्रॉम होम के 3 महीने बाद,
एयर होस्टेस – सर आपको इस फ्लाइट में
घर जैसा माहौल मिलेगा …
यात्री – वो सब तो ठीक है
पर मैं यहाँ झाड़ू पोंछा बिल्कुल नही करूँगा 😄😂
“वफादारी की बात सांप किआ नहीं करते वफादारी की बात सांप किआ नहीं करते,
क्या कहा आपने, “मोहब्बत”अरे भाई,
हम ऐसे पाप किया नहीं करते…”