जीवो की रक्षा है देश की रक्षा.
करे प्रण अब जीवो को रक्षित, होगी तभी धरती सुरक्षित.
हमने अब यह ठाना है, जीवो को बचाना है.
तब प्रलय करती है धरती, जब कोई जीव है मरती.
टूट जायेगा यह पारिस्थितिक तंत्र, तब कहाँ से लाओगे जीव बचाने का मन्त्र.
जैसे करते है हम अपनी सुरक्षा, अब करे वैसे ही जीवो की रक्षा.
हर दिल में यह प्यार जलाये, पशुओ को मरने से बचाए.
तभी मनुष्य बनेगा महान, जब जीवो का होगा कल्याण.
प्रकृति की रक्षा है देश की रक्षा
जैव विविधता का सम्मान करे, मानवता पर अभिमान करे.
कोई जीव अगर मर जायेगा, वह प्रजाति विलुप्त हो जायेगा.
और अधिक जीव विविधता, तो बेहतर समाज.