नदियों का हो संरक्षण, प्रतिबद्ध हो जन-जन।
खतरे में है नदी की स्वच्छता, फेंका जाता है कूड़ा-कचरा।
नदियाँ है कई गुणों से युक्त, मिलकर करें इन्हें प्रदुषण मुक्त।
बर्बादी से बचाएँ इसे, बचाएँ भविष्य की सदियाँ।
नदियों को सूखने से बचाइए, आस पास वृक्ष-पौधे लगाइये।
मनुष्य सभ्यता करती रही अपना विकास, भूल गए हम उस किनारे को जो था हमारा वास्तविक आवास।
नदियों में ड्रेनेज का पानी न छोड़ें, मनुष्यता के इस व्रत को न तोड़ें।
नदियों में घटता जल स्तर, हो सकता है भविष्य का कहर।
नदियों के प्रति जागरूक हो, नदी स्वच्छ और निर्मल हो।
जल से है जीवन, जल से है नदियाँ,