महावीर जैन के जीवन उपयोगी मंत्र IN HINDI

SL-8027

"किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती अपने वास्तविक रूप को ना पहचानना है, और यह केवल स्वयं को जानकर ही ठीक की जा सकती है। " ― भगवान महावीर

SL-8028

शांति और आत्म-नियंत्रण अहिंसा है।― भगवान महावीर

SL-8029

भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है। हम सब सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवों जैसी शक्तियाँ प्राप्त कर सकता है।― भगवान महावीर

SL-8030

प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदपूर्ण है, आनंद बाहर से नहीं आता। ― भगवान महावीर

SL-8031

जीवों के प्रति दया रखो, घृणा विनाश की ओर ले जाती है।― भगवान महावीर

SL-8032

सभी जीवों के प्रति सम्मान अहिंसा है।― भगवान महावीर

SL-8033

सभी मनुष्य अपनी ही गलतियों की वजह से दुखी होते हैं, और वे खुद अपनी गलतियाँ सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं। ― भगवान महावीर

SL-8034

स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मनों से क्या लड़ना? जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेंगे उन्हें आनंद की प्राप्ति होगी।― भगवान महावीर

SL-8035

शत्रु हैं क्रोध, घमंड , लालच, आसक्ति और घृणा।" ― भगवान महावीर

SL-8036

स्वयं पर विजय प्राप्त करना लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है। ― भगवान महावीर