जैसे करते है हम अपनी सुरक्षा, अब करे वैसे ही जीवो की रक्षा.
धरती माता करे पुकार, जीवो का न करो संहार.
हर दिल में यह प्यार जलाये, पशुओ को मरने से बचाए.
हर बच्चे को दो यह शिक्षा, जीव – जंतुओ की करो रक्षा.
जब रखेंगे जीवो का ध्यान, तभी बनेगा हमारा देश महान.
प्रकृति का न करो शोषण, यह करती जीवों का पोषण.
हमने अब यह ठाना है, जीवो को बचाना है.
चलो बेहतर भविष्य बनाये, जीव – जंतुओ को बचाए.
जीव – जंतुओ को बचाओ, सच्ची मानवता का धर्म निभाओ.
तभी मनुष्य बनेगा महान, जब जीवो का होगा कल्याण.
प्रकृति की शरण में जाओ, जीव – जंतुओ को बचाओ.
प्रकृति की रक्षा है देश की रक्षा
करे प्रण अब जीवो को रक्षित, होगी तभी धरती सुरक्षित.
कोई जीव अगर मर जायेगा, वह प्रजाति विलुप्त हो जायेगा.
जैव विविधता का सम्मान करे, मानवता पर अभिमान करे.
चलो एक पहल चलाये, सारे जीवो को बचाए.
आओ आओ जीव बचाए, सभी का जीवन बेहतर बनाये.
टूट जायेगा यह पारिस्थितिक तंत्र, तब कहाँ से लाओगे जीव बचाने का मन्त्र.
समाज में यह जागरूकता फैलाये, जीवों की रक्षा कराये.
तू आँसू बहुत बहायेगा, जब हर जीव मर जायेगा.
जियो और जीने दो.
धरती माँ का करो सम्मान, यह है हम सबकी जान.
स्वच्छ पर्यावरण से नाता जोड़ो, जैव विविधता से मुंह न मोड़ो.
मैं भी साथ – तू भी साथ, मानव और जीव अब साथ – साथ.
जीव – जन्तुओ को मत भगाओ, पर्यावरण बचाओ, पर्यावरण बचाओ.
हमें निभाना है अब उनका काम, जीवों को बचाने वालो को सलाम.
अब छोड़ दो कोई भी शक, पर्यावरण पर है सबका हक.
जीव बचाओ, धरती बचाओ, इस दुनिया को चलो स्वर्ग बनाओ.
अब अपना कर्तव्य निभाओ, जीव – जंतुओ को बचाओ.
जीव – जंतु हैं एक वरदान, इसलिए करो इनका सम्मान.
जैव विविधता को बनाये रखे, भविष्य को बचाए रखे.
जीव – संरक्षण का वचन निभाओ, हर एक जीव को बचाओ.
तब प्रलय करती है धरती, जब कोई जीव है मरती.
और अधिक जीव विविधता, तो बेहतर समाज.
जीवो की रक्षा है देश की रक्षा.
जितने ज्यादा जीव बचाना, उतना बेहतर पर्यावरण बनाना.
मत करो अपना अपमान, जीवों का भी है स्वाभिमान.
जीवो के लिए प्यार जगाओ, जंगल में न आग लगाओ.
जीवों को मारना नहीं है शान, यह है मनुष्य का झूठा अभिमान.