कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत माता एक हमारी.
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है, हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है.
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है, झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है,
अपनी जमीन अपना वतन, आवाज दो हम एक है.
सबके अधिकारों का रक्षक अपना ये गणतंत्र पर्व है, लोकतंत्र ही मंत्र हमारा हम सबको इस पर्व पर गर्व है.
गांधीजी का सपना सत्य बना, तभी तो देश गणतंत्र बना.
गणतंत्र दिन चिरायु हो..
देश भक्तों के बलिदान से, स्वातंत्र्य हुए है हम. कोई पूछे कोन हो, तो गर्व से कहेंगे इंडियन है हम….
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही हे धर्म वतन का बस जियों वतन के नाम पर.
कसम गणतंत्र दिवस पर ये खायेगे, हम सभी एकजुटता से मिलकर रहेंगे.