"किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती अपने वास्तविक रूप को ना पहचानना है, और यह केवल स्वयं को जानकर ही ठीक की जा सकती है। " ― भगवान महावीर
शांति और आत्म-नियंत्रण अहिंसा है।― भगवान महावीर
भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है। हम सब सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवों जैसी शक्तियाँ प्राप्त कर सकता है।― भगवान महावीर
प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदपूर्ण है, आनंद बाहर से नहीं आता। ― भगवान महावीर
जीवों के प्रति दया रखो, घृणा विनाश की ओर ले जाती है।― भगवान महावीर
सभी जीवों के प्रति सम्मान अहिंसा है।― भगवान महावीर
सभी मनुष्य अपनी ही गलतियों की वजह से दुखी होते हैं, और वे खुद अपनी गलतियाँ सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं। ― भगवान महावीर
स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मनों से क्या लड़ना? जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेंगे उन्हें आनंद की प्राप्ति होगी।― भगवान महावीर
शत्रु हैं क्रोध, घमंड , लालच, आसक्ति और घृणा।" ― भगवान महावीर
स्वयं पर विजय प्राप्त करना लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है। ― भगवान महावीर