हर एक गाड़ियों का निर्माण रास्तों को ध्यान में रखकर किया जाता हैं. बाइक से लेकर बड़े-बड़े कार हर एक गाड़ी में झटके से बचने के लिए शॉकर की व्यवस्था होती हैं. ताकि गाड़ी जब भी उबड़ खाबड़ रास्ते से गुजरे तो इसमें बैठे लोगों को झटका कम लगे.
साथ ही गाड़ी को ज्यादा नुकसान ना हो. शॉकर को इस हिसाब से डिज़ाइन किया जाता हैं. ताकि गाड़ियां ख़राब से ख़राब सड़कों पर भी आराम से चल सकें. लेकिन कभी आप ने सोचा हैं कि आखिर ट्रैक्टर में बैठने पर इतना झटके क्यों लगते हैं? ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि ट्रैक्टर एक ऐसा साधन हैं जिसमें शॉकर नहीं लगाया जाता. अब सवाल ये आता हैं कि आखिर ट्रैक्टर में शॉकर क्यों नहीं लगाया जाता हैं? इसके पीछे ऐसा कौन सा राज हैं? आज हम आपको ट्रैक्टर से जुड़े इस सवाल का जवाब देने जा रहे हैं.
ट्रैक्टर में शॉकर ना लगाने के पीछे ये कारण हैं
साईकिल से लेकर हर एक गाड़ी को ज्यादा समय तक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के लिए इसमें शॉकर लगाया जाता हैं. शॉकर को शॉक एब्सॉर्बर और सस्पेंशन सिस्टम के नाम से जाना जाता हैं. गाड़ी या साईकिल में लगा ये शॉकर आपको झटकों से बचाने का काम करता हैं. लेकिन ट्रैक्टर में इसको ना लगाने का एक खास कारण होता हैं. हम सभी जानते हैं कि ट्रैक्टर का इस्तेमाल भार ढ़ोने, खेत को जोतने में और अन्य कृषि कामों के लिए किया जाता हैं. अब ऐसे में अगर इसमें शॉकर लगा दिया जाये तो वो ना तो भार खिंच पायेगा और ना ही खेतों में काम कर पायेगा.
अगर ट्रैक्टर में शॉकर लगा दे तो क्या होगा?
जब शॉकर किसी गाड़ी में लगता हैं. तो वो उस गाड़ी के गड्ढे में गिरने पर उसको बाउंस करके बाहर निकालने में मदद करती हैं. लेकिन अगर ट्रैक्टर में शॉकर लगा देंगे तो जब भी ट्रैक्टर गड्ढे में गिरेगा तो उसमें लगा शॉकर उसे बाहर निकालने के लिए बाउंस होने लगेगा. जिसके कारण ट्रैक्टर तो बाउंस करेगा लेकिन ट्रैक्टर में लगी ट्रॉली भी बाउंस होने लगेगी. जिसके कारन उसमें रखा सारा सामना गिर जायेगा और बहुत नुकसान हो जायेगा. ट्रैक्टर और ट्रॉली हमेशा एक साथ ही इस्तेमाल किये जाते हैं. या फिर उसके साथ कोई और कृषि यंत्र लगा रहता हैं. ऐसे में ट्रैक्टर में शॉकर लगाना सही नहीं होता हैं.
ट्रैक्टर के ड्राइवर के लिए होती हैं खास सुविधा
अब अगर ट्रैक्टर में शॉकर नहीं होता हैं. तो इसकी वजह से ड्राइवर के लिए काफी खतरा और चुनौती भरा काम होता हैं. ऐसे में उन्हें एक खास सुविधा दी जाती हैं. ऐसे में ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनियां ड्राइवर के पास ही सस्पेंशन सिस्टम दे देती हैं. जिसे इस्तेमाल करके वो झटके के प्रभाव को कम करके बच जाता हैं. साथ ही ट्रैक्टर के आगे वाले पहियों में एक खास मैकेनिज्म लगा होता हैं. जो उन्हें ख़राब, गड्ढों वाले रास्तों में सुविधा अनुसार ऊपर नीचे करने में सहायता करती हैं.