आपने सांप और नेवले की लड़ाई तो देखी ही होगी. लेकिन ये नेवले इन खतरनाक जहरीलें साँपों की वार से सुरक्षति कैसे बच जाते हैं? ये सवाल कभी ना कभी तो मन में आया ही होगा. सांप की दुनिया में कई सारी प्रजातियां पायी जाती हैं.
जिसमें कई सारी एकदम जहरीली होती हैं. जिनके जहर की एक बूंद आपको हमेशा के लिए मौत की नींद सुला सकती हैं. साथ हमें बचपन से बताया जाता हैं कि सांप और नेवले आपस में जानी-दुश्मन होते हैं. ये एक दूसरे को जान से मारने के लिए ही पैदा होते हैं. इसलिए जब भी ये दोनों एक दूसरे के सामने आते हैं तो एक जबरदस्त सीन देखने को मिलता हैं. ऐसा लगता हैं कि जैसे कोई हॉलीवुड एक्शन मूवी देख रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी इस सवाल का जवाब नहीं मिलता हैं. इसलिए आज हम आपको इसके पीछे का राज बताने जा रहे हैं कि ऐसा क्यों होता हैं....
ये खास एंटीडोट करता हैं नेवले की रक्षा
नेवले और सांप की लड़ाई में सांप कई बार नेवले को डंसता हैं. इसके बावजीद भी वो मरते नहीं हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं हैं कि हमेशा नहीं मरते हैं. मगर ज्यादातर नेवले सांप से लड़ने के बाद भी जिन्दा रहते हैं और सांप या तो भाग जाता हैं या मारा जाता हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि नेवले के अंदर एक खास प्रकार का एंटीडोट पाया जाता हैं. जो सांप के जहर को कम करने का काम करता हैं. नेवले के शरीर में एसिट्लोक्लिन रिसेप्टर्स होते हैं. जो सांप की दंश से निकलने वाले जहर की मात्रा को कम कर देते हैं. जिससे इनकी जान बच जाती हैं. साथ ही ये काफी ज्यादा फुर्तीले होते हैं. जिसकी वजह से ये सांप के वार से खुदको बचाने में भी माहिर होते हैं. लड़ाई के वक्त ये अपने फरों को भी एकदम मजबूत कर लेते हैं. जिससे सांप के डसने से कम नुकसान पहुंचने में मदद करते हैं.
इन दोनों में कौन ज्यादा जहरीला होता हैं?
आपको पता हैं कि सांप की तरह नेवला भी काफी जहरीला होता हैं. लेकिन ये बहुत कम लोग जानते हैं कि इन दोनों में से सबसे ज्यादा जहरीला कौन होता हैं? इसके बारे में लोगों को लगता हैं कि नेवला सांप से ज्यादा जहरीला होता हैं. लेकिन आपको जानकर बहुत ही हैरानी होगी कि नेवले सांप से कम जहरीले होते हैं. सांप की कई सारी प्रजातियां ऐसी हैं जिनके काटते ही इंसान मौत की नींद सो सकता हैं. जबकि नेवले के काटने से ज्यादा लोगों की मौत नहीं होती हैं. इसके काटने से भी लोगों को रेबीज की शिकायत होती हैं. लेकिन ये इंसानों पर ज्यादा हमले नहीं करते हैं.