आपने भी अपनी गली-मोहल्ले में ऐसे को सारे फेरीवालों को देखा होगा. जो बाल के बदले में आपको बर्तन या कुछ खाने का सामान देते हैं. लेकिन कभी सोचा हैं कि वो इन बालों का क्या करता होगा? दरअसल आपके द्वारा दिए गए बालों का बिजनेस होता हैं.
ये बिजनेस भारत के साथ-साथ विश्व के कई सारे देशों में फैला हुआ हैं. आपको जानकार हैरानी होगी कि आपके बालों को विदेशों में बेचा जाता हैं. हमने भेड़ के बाल से ऊन बनाने के बारे में देखा और सुना हैं. मगर बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि इंसान के भी बालों से कई सारे प्रोडक्ट बनाये जाते हैं. जिसके लिए इन बालों को इक्क्ठा करके बड़े मार्किट में बेचा जाता हैं.
कैसे चलता हैं ये बिजनेस?
जब भी आप सैलून पर बाल कटा कर आते हैं. या किसी मन्नत को पूरा करने के लिए आप मंदिर में अपना मुंडन करवा लेते हैं. तो वो बाल आपके के लिए किसी काम के नहीं रहते हैं. लेकिन इसकी के बाद से असली गेम शुरू होता हैं. यहां से आपके बालों को इक्कठा करके उन्हें मार्किट तक सप्लाई किया जाता हैं. जहाँ से इन बालों को विदेशों में अच्छे दामों में बेचा जाता हैं.
करोड़ों में फैला हैं ये कारोबार
बालों का ये बिजनेस करोड़ में फैला हैं. इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आपके एक किलो बाल के बदले में लोगों को 25-30 हजार रुपए मिलते हैं. इसके बाद इन बालों को भारत से विश्व के अन्य देशों में एक्सपोर्ट किया जाता हैं. जहाँ पर इन बालों का इस्तेमाल अलग-अलग प्रोडक्ट्स बनाने में करते हैं.
कब और कहाँ से शुरू हुआ बालों का बिजनेस?
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बिजनेस की शुरुआत 1840 में फ्रांस से हुई थी. फ्रांस के कंट्री फेयर में बाल ख़रीदे और बेचे जाते थे. इसी मेलों में लड़कियां अपने बालों की नीलामी के बदले अच्छे पैसे कमाती थी. इसके बाद इस बिजनेस का प्रचलन यूरोप में भी तेजी से होने लगा. आज एशिया के कई सारे देश इन व्यापार में शामिल हैं. लेकिन जापानी लड़कियों के बालों के ज्यादा पैसे कोई नहीं देता हैं.
भारत में कब शुरू हुआ ये कारोबार?
इसके बाद इसका चलन भारत में भी होने लगा हैं. आज भारत में बालों का बिजनेस बहुत तेजी से हो रहा हैं. भारत में ये बिजनेस करोड़ों में फैला हैं. भारतीय महिलाओं के बालों के अच्छे पैसे मिलते हैं क्योंकि उनके बाल काफी बड़े होते हैं. भारत से चीन, मलेशिया, थाईलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, बर्मा आदि देशों में बाल एक्सपोर्ट होते हैं. मंदिर में दान किये गये आपके बालों को बेचा जाता हैं. जिसके बदले में एक बड़ा हिस्सा इस व्यापार से मंदिर में आता हैं.
क्या करते हैं इतने बालों का?
इन बालों को मंदिरों से फैक्ट्री में भेजा जाता हैं. जहाँ इनको अच्छे से धुलकर, सुखाकर और साफ करके विदेशों में भेज देते हैं. जहाँ इन बालों से विग का निर्माण होता हैं. इन विग को बड़े बड़े पैसे वाले लोग ऊंची दामों में खरीदते हैं.