शादी-विवाह में लोग शान से हवाई फायर करते हैं. साथ ही किसी रेस को शुरू करने या किसको धमकाने के लिए भी लोग हवा में फायर करते हैं. ऐसी कई सारी घटनाओं से आप भली भाति परिचित होंगे.
कई मौकों पर आपने ये देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि बंदूक से निकली हुई गोली जाती कहाँ हैं? क्या होता हैं जब बंदूक से हवा में फायर किया जाता हैं? बहुत कम लोगों को इस सवाल का जवाब मालूम होता हैं. यहां तक की जो लोग बंदूक चलाते हैं उन्हें भी इसके बारे में कोई आईडिया नहीं होता हैं. इसलिए आज हम आपको इसके पीछे का राज बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं....
कहाँ जाती हैं बुलेट?
जब आप किसी इंसान पर फायर करते हैं. तब आपकी बंदूक से निकली हुई गोली उस इंसान के जिस्म के आर-पार चली जाती हैं. साथ ही उसका कवर वहीं जमीन पर गिर जाता हैं. मगर आसमान की तरफ की गई फायरिंग में ऐसा नहीं होता हैं. जब भी आप बंदूक को ऊपर करके फायर करते हैं तो इसके तुरंत बाद बंदूक की गोली का मैकेनिज्म शुरू हो जाता हैं. इस सवाल का जवाब उसी मैकेनिज्म पर आधारित हैं. जिसे सबसे पहले समझना बहुत जरुरी हैं.
बंदूक की गोली के होते हैं तीन भाग
बंदूक की छोटी से 9 mm की गोली भले ही छोटी होती हैं. लेकिन ये कई सारे लोगों की जान लेने में सक्षम होती हैं. इस गोली को तीन हिस्सों में बनाया जाता हैं. बंदूक की गोली को इंग्लिश में कार्ट्रिज कहते हैं. जिसे हिंदी में कारतूस भी कहा जाता हैं. इसके तीन पार्ट होते हैं. अगले वाले हिस्से को बुलेट, बीच वाले हिस्से को कवर कहते हैं जिसमें बारूद भरा रहता हैं. साथ ही इसके अंतिम भाग को प्राइमर कंपाउंड कहते हैं.
अब जब आप बंदूक से आसमान की तरफ फायरिंग करते हैं. तब उसका कवर तो नीचे गिर जाता हैं, लेकिन वो बुलेट हवा में तेज स्पीड से काफी दूरी तक जाता हैं. इसके बाद उसकी स्पीड कम होती हैं और वो पृथ्वी के ग्रेविटेशनल फाॅर्स से नीचे की तरफ आने लगता हैं. जो अग्गर किसी इंसान पर गिर जाये तो उसको गम्भीरर चोट लगने के साथ उसकी जान भी जा सकती हैं. तो कई बार ये बुलेट किसी ठोस से टकराकर वापस जमीन पर किसी को हिट कर जाते हैं. जिससे वस्की मौके पर मौत हो जाती हैं.