अंग्रेजी भाषा में कई सारे वर्ड्स ऐसे हैं. जिनकी स्पेलिंग और उनका उच्चारण दोनों में बहुत अंतर होता हैं. ऐसे कई सारे वर्ड्स हैं जिनमें से बीच या पहले का कोई एक वर्ड साइलेंट होता हैं.
जिसका सीधा सा अर्थ हैं कि आप लिखते समय इसका इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसको पढ़ा नहीं जाता हैं. अंग्रेजी अल्फाबेट्स में साइलेंट वर्ड्स की संख्या ज्यादा हैं. इनको सेंटेंस के अकॉर्डिंग साइलेंट माना जाता हैं और उस जगह पर इनका उच्चारण नहीं किया जाता हैं. ऐसे शब्दों की लिस्ट में A, B, C, D, G, K, L, P, U, M, N और T आते हैं.
साइलेंट लेटर का रूल हैं जरुरी
अंग्रेजी के जिन शब्दों में लेटर साइलेंट होते हैं. वहां पर साइलेंट लेटर रूल को फॉलो करना बेहद जरुरी होता हैं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो उस का उच्चारण गलत हो जाता हैं. जिसकी वजह से लोगों को समझ में नहीं आता हैं कि आप क्या कहना चाहते हैं. इस बात की जानकारी रखना बहुत जरुरी होता हैं कि आप जो लेटर जहां पर साइलेंट हैं उसे वहां पर साइलेंट करके ही पढ़े.
Knowledge में K ही क्यों होता हैं साइलेंट?
अंग्रेजी के कई सारे साइलेंट वर्ड्स में Knowledge भी एक हैं. जिसमें K को साइलेंट पढ़ा जाता हैं. लेकिन ऐसा क्यों होता हैं? इसके पीछे सीधा सा लॉजिक हैं और वो हैं अंग्रेजी भाषा का साइलेंट लॉ. जिसके अकॉर्डिंग ही Knowledge में K को साइलेंट रखा जाता हैं. तब जाकर इसका उच्चारण नॉलेज बनता हैं. जिसका मतलब होता हैं जानकारी या ज्ञान. अगर आप Knowledge में K साइलेंट नहीं करते हैं, तो इसका उच्चारण क्नॉलेज करेंगे. ऐसे में ये बहुत ही अजीब साउंड करता हैं और अगला आदमी आपकी बात को समझ नहीं पाता हैं.
Kn से शुरू होने वाले वर्ड्स में K होता हैं साइलेंट
अंग्रेजी ग्रामर के हिसाब से जो वर्ड Kn से शुरू होते हैं. उनमें K को साइलेंट रखकर उसका उच्चारण किया जाता हैं. इंग्लिश में ऐसे कई सारे वर्ड्स हैं जिनकी शुरुआत Kn से होती और इनमें K साइलेंट होता हैं. जैसे Knife, Knight, Know, Knowledge, Knuckle आदि. इसके अलावा ऐसे कई सारे वर्ड्स हैं जो डिफरेंट वर्ड्स से शुरू होते हैं या वर्ड्स में होते हैं. जिन्हें भी साइलेंट ही पढ़ा जाता हैं.