इस दुनिया में कई सारे ट्रिकी सवाल हैं. जिनके जवाब तो हैं लेकिन काफी ज्यादा सिरदर्द करने वाले हैं. इन सवालों से ज्यादा इनके जवाब ट्रिकी हैं. ऐसे कई सारे सवाल हैं, जैसे पहले मुर्गी आई की अंडा या फिर पहले पहले संतरा आया या ऑरेंज रंग इन सवालों की गुत्थी काफी उलझी हुई हैं.
इसलिए आज हम आपको पहले संतरा आया या ऑरेंज रंग? इस सवाल के जवाब के बारे में बताने जा रहे हैं.
संतरा क्या हैं?
संतरा एक फल हैं. जो नींबू और मौसंबी की प्रजाति की होती हैं. ये एकदम मौसंबी की तरह ही होती हैं लेकिन इसका रंग ऑरेंज होता हैं. इसको खाने से आपको विटामिन सी के साथ कई सारे पोषक तत्व मिलते हैं. साथ ही ये आपकी इम्युनिटी से लेकर आपकी स्किन तक सबके लिए काफी ज्यादा लाभकारी होता हैं. इसका स्वाद खट्टा मीठा होता हैं. इसके छिलके से लेकर अंदर के पुलप्स तक सब कुछ ऑरेंज होता हैं.
पहले फल आया या ऑरेंज रंग?
इसके पीछे दो फैक्ट और लॉजिक चलते हैं. जिससे ये स्पष्ट होता हैं कि पहले संतरा फल आया था और उसके कई सालों बाद ऑरेंज रंग. दरअसल ऑरेंज शब्द का पहली बार इस्तेमाल एक पेड़ के लिए किया गया था. जिसकों संस्कृत ने नारंग शब्द से मिलता जुलता मानते हैं. नारंग से यहाँ मतलब ऑरेंज के पेड़ से था. इसके बाद इस पेड़ से निकलने वाले फल को भी लोगों ने ऑरेंज कहना शुरू कर दिया. ऑरेंज शब्द का इस्तेमाल एक फल के लिए 13वीं शताब्दी से शुरू हुआ था.
200 सालों बाद आया रंग का कांसेप्ट
इस फल के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले ऑरेंज शब्दों कोअगले 200 सालों तक वैसे ही इस्तेमाल किया जाता रहा. रंग के लिए इसका इस्तेमाल 200 सालों के बाद से शुरुआत हुई. तकरीबन 1512 में इसका इस्तेमाल रंगों के लिए किया जाने लगा.
दूसरा फैक्ट: दूसरा फैक्ट प्राइमरी रंगों का हैं. नेचर में विद्यमान 3 रंगों से ही बाकि सभी रंगों का निर्माण हुआ हैं. इन रंगों को प्राथमिक रंगों के नाम से भी जाना जाता हैं. जिसमें लाल, हरा और नीला शामिल हैं. जिसे अंग्रेजी में RGB कहते हैं. इन्हीं के मेल से नए रंगों का निर्माण होता हैं. साथ ही लाल, हरे और नीले रंग को आपस में मिला देने से ही श्वेत प्रकाश मिलता हैं. ऐसे में ऑरेंज रंग को बाद में किसी ने बनाया होगा. इसलिए ये बहुत बाद में आया.