आज के समय में भले ही कुएं आपको बहुत ही कम दिखाई दें. लेकिन पुराने जमाने में हर घर, हर गांव में एक कुआं होता था. जिसकी द्वारा लोगों को दैनिक जीवन के काम के लिए पानी मिलता था. आप सभी लोगों ने गाँव में या फिल्मों में कुएं तो जरूर देखें होंगे.
ये कुएं काफी गहरे और गोल बनाये जाते थे. जिसमें से गांव के लोगों को समय और जरूरत के अनुसार पानी मिलता था. पुराने समय में आज के जैसे नल और पानी की टंकी या वाटर सप्लाई नहीं थी. जिसके कारण ये कुआं ही पानी का एक मात्र बेहतरीन स्रोत होता था. लेकिन कभी आपने ये सोचा हैं कि इन कुओं को गोल ही क्यों बनाते थे? इनको किसी और शेप का क्यों नहीं बनाया जाता था? दरअसल इसके पीछे के वैज्ञानिक कारण हैं. जिसके बारे में कई सारे लोगों नहीं जानते हैं. इसलिए आज हम आपको इसके पीछे का कारण बताने जा रहे हैं.
इन कारणों की वजह से बनाये जाते हैं गोल
आपने जहां कहीं भी कुआं देखा होगा वो गोल ही दिखाई दिया होगा. आपको कहीं भी इसकी बनावट चौकोर या त्रिकोण नहीं मिलेगी.भारत के कई सारे गांवों में आज भी कुओं के प्रमाण मिलते हैं. आप अपने खुद के गांव में एक आधा कुआं जरूर देख सकते हैं. कुएं को गोल बनाने के पीछे मुख्यता तीन कारण होते हैं. इन्हीं तीन कारणों से कुएं को सिर्फ गोल बनाया जाता हैं. इसके आलावा और किसी आकर में इन्हें नहीं बनाते हैं...
1. कुएं की मजबूती: गोलाकार में कुएं को बनाने से ये अन्य किसी आकार के कुएं से ज्यादा मजबूत हो जाता हैं. अगर कुएं को चौकोर बना दिया जाये तो इसके अंदर के पानी का प्रेशर इसके चारों कोनों पर ज्यादा बढ़ जाता हैं. जबकि गोल होने पर इसके अंदर कोने नहीं होते हैं. ऐसे में कुएं के अंदर के पानी का प्रेशर एक सामान होता हैं. जिसकी वजह से ये कुआं काफी ज्यादा मजबूत होता हैं.
2. बनाने में आसान होता हैं: इसके गोल होने के और जरुरी कारण ये होता हैं कि इसे बनाने में आसानी होता हैं. गोल कुआं बनाने के लिए इससे ड्रिल किया जाता हैं. जोकि सबसे आसान होता हैं. हालांकि पहले जमाने में ड्रिलर नहीं थे तब लोग गोल गड्ढा खोद कर इसे बनाते थे. जोकि चौकोर गड्ढा खोदने से ज्यादा आसान होता हैं. चौकोर गड्ढा बनाने में चारों तरफ से खोदना पड़ता हैं. जबकि गोल में ऐसा नहीं होता हैं.
3. मिट्टी नहीं बहती: इसका एक और फायदा होता हैं कि कुएं के अंदर की मिट्टी नहीं धंसती हैं. कई बार चौकोर वाले कुएं में मिट्टी धंस जाती हैं. जिसकी वजह से कुआं टूट जाता हैं. इसलिए इसे गोल बनाकर सेफ करते हैं.