आरामदायक, सुविधाजनक और सस्ता यात्रा करने का सबसे बेहतरीन संसाधन ट्रेन हैं. जिसे अमीर से लेकर गरीब तक हर तबके के लोग अफ़्फोर्ड कर सकते हैं. साथ ही इसमें एक साथ कई सारे सवारी आ सकते हैं.
हालांकि प्लेन नंबर एक का सुविधाजनक संसाधन हैं लेकिन इसे हर कोई अफ़्फोर्ड नहीं कर पाता हैं. जिसकी वजह से समाज का एक हिस्सा इससे वंचित रह जाता हैं. इसलिए ट्रेन को सबसे बेहतरीन माना जाता हैं. ट्रेन के बारे में हर किसी को पता हैं कि इसमें भी कई सारे कोच होते हैं. जैसे जनरल डिब्बे, स्लीपर, चेयरयान और एसी कम्पार्टमेंट. लोग अपने सुविधा के अनुसार की टिकट लेकर इसमें यात्रा करते हैं. आपने कई बार ट्रेन देखा होगा तो उसमें AC डिब्बा ज्यादातर बीच में होता हैं. अगर ट्रेन पूरी एसी हैं तो फिर कोई बात ही नहीं. लेकिन क्या कभी सोचा हैं कि ट्रेन में एसी के डिब्बे एकदम बीचों-बीच क्यों होते हैं? जबकि जनरल डिब्बे पीछे? कई सारे लोगों को इसकी खास जानकारी नहीं हैं. इसलिए आज हम आपको इसी राज के बारे में बताने जा रहे हैं कि ऐसा क्यों हैं? इसके पीछे दो अहम कारण माने जाते हैं. जिनकी वजह से एसी के कोच की ट्रेन के बीच में बनाते हैं.
1. यात्रियों की सुरक्षा
एसी के डिब्बों को बीच में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में बनाया जाता हैं. इसकी डिज़ाइन ऐसी होती हैं ताकि यात्रियों को कम से कम कष्ट हो. साथ ही इसके बीच में होने से इसमें स्लीपर और जनरल केटेगरी वाले यात्री नहीं चढ़ते हैं. जिससे भीड़-भाड़ नहीं होता हैं. साथ ही एसी से सफर करने वाले यात्रियों के साथ-साथ महिलाओं को भी कोई दिक्कत ना हो. डिब्बे बीच में होने से इनमें चोरी का भी खतरा काफी कम होता हैं.
2. एग्जिट गेट
कई सारे रेलवे स्टेशन के गेट भी एकदम बीच में होते हैं. जिसकी वजह से इनको भी ध्यान में रखकर इन कोचों को बीच में रखते हैं. जिससे ट्रेन के रुकने के बाद मुसाफिर बिना भीड़ में पड़े आराम से चढ़ और उतर सकें. इससे एक और सुविधा ये मिलता हैं कि इतने बड़े ट्रेन में एसी के कोच आसानी से मिल जाते हैं.
जनरल डिब्बे पीछे क्यों होते हैं?
ट्रेन में जनरल डिब्बे पीछे की तरह ही क्यों होते हैं? इसके पीछे का कारण इन बोगियों में होने वाली भीड़ हैं. जनरल बोगी में कई सारे लोग चढ़ते हैं. जिनके पास रिजर्वेशन टिकट नहीं होता हैं. वो सारे लोग जनरल डिब्बे से जाते हैं. ऐसे में इतने सारे भीड़ से रेलवे की व्यवस्था बिगड़ ना जाये. इसलिए यात्रियों की सहूलियत के लिए ट्रेन के बीचे और इंजन के दो-तीन डिब्बे बाद जनरल बोगी होती हैं.
साथ ही आपको बता दें कि फुल एसी और एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल डिब्बे नहीं होते हैं.